पाकिस्तान को कोई राह नजर नहीं आई तो Pok में फिर शुरू किया आतंकी ट्रेनिंग कैंप

इन ट्रेनिंग कैंप्स को अगस्त में ही शुरू किया गया है, जिसको आतंकी संगठन जमात-ए-इस्लामी लीड कर रहा है। जानकारी के मुताबिक लीपा, कालू और काचारबन में लॉन्चिंग पैड पर करीब 220 आतंकियों का जमावड़ा लगा हुआ है। इनमें से पीओके के लीपा लॉन्चिंग पैड पर 100 से ज्यादा आतंकी मौजूद हैं।

PoK

लेकिन जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से बौखलाए पाकिस्तान ने एक बार फिर एलओसी के पास मूवेबल आतंकी ट्रेनिंग कैंप्स बना लिया है।

बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद वहां के सारे पाकिस्तान समर्थित आतंकी कैंप ध्वस्त हो गए थे। लेकिन जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटाए जाने के बाद से बौखलाए पाकिस्तान ने एक बार फिर एलओसी के पास PoK में मूवेबल आतंकी ट्रेनिंग कैंप्स बना लिया है। जानकारी के मुताबिक, इन मूवेबल आतंकी ट्रेनिंग कैंप्स में जमात-ए-इस्लामी, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैय्यबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के खूंखार आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। इन मूवेबल आतंकी कैंप्स की तस्वीरें भी सामने आई हैं। इन तस्वीरों में जमात-ए-इस्लामी, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैय्यबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के खूंखार आतंकी नजर आ रहे हैं।

इन ट्रेनिंग कैंप्स को अगस्त में ही शुरू किया गया है, जिसको आतंकी संगठन जमात-ए-इस्लामी लीड कर रहा है। जानकारी के मुताबिक PoK के लीपा, कालू और काचारबन में लॉन्चिंग पैड पर करीब 220 आतंकियों का जमावड़ा लगा हुआ है। इनमें से PoK के लीपा लॉन्चिंग पैड पर 100 से ज्यादा आतंकी मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि ये आतंकी भारत में घुसपैठ की फिराक में हैं। सुरक्षा एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक, हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर शमशेर खान को आतंकियों की घुसपैठ की जिम्मेदारी दी गई है। वह सितंबर के आखिरी सप्ताह या अक्टूबर के शुरुआत में आतंकियों की घुसपैठ कराएगा।

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इसके अलावा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने भी वजीरिस्तान में आतंकियों की भर्ती करने का टारगेट फिक्स किया है। गौरतलब है कि 21 अगस्त को सीमा पर घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो पाकिस्तानी आतंकवादियों को भारतीय सेना ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद पूछताछ में इन आतंकियों ने भी एक बड़ा खुलासा किया। गुलमर्ग सब सेक्टर में पकड़े गए लश्कर के ये दोनों आतंकी खुद को आतंकी संगठन का गाइड बताते हैं। इन दोनों के नाम खलील अहमद और मोजम खोखर हैं। दोनों के कोड नाम खालिद और नाजिम हैं। ये दोनों पाक अधिकृत कश्मीर के रहने वाले हैं। जानकारी के अनुसार, दोनों ही आतंकियों का संबंध लश्कर-ए-तैयबा से है।

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जांच एजेंसियों के मुताबिक, एक आतंकी खलील अहमद, जिसकी उम्र 36 साल है वह पाकिस्तान के रावलपिंडी का रहने वाला है जबकि दूसरा आतंकी नजीम खोखर जिसकी उम्र 25 साल है वह पाकिस्तान के फारवर्ड क्वेटा का रहने वाला है। दोनों आतंकियों ने जांच एजेंसियों से कहा है कि उन्हें लश्कर के खचरबन और कोटली में आतंकी हमले की ट्रेनिंग दी गई थी। लश्कर के इन आतंकियों ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि लाइन आफ कंट्रोल से कश्मीर में घुसपैठ कराने की जिम्मेदारी पाक सेना के तीन पोस्ट जोहली, बर्गी और न्यू बाठला को दी गई थी। पाक सेना के पोस्ट के नजदीक खचरबन लांचिंग पैड के जरिए ये आतंकी कश्मीर में दाखिल हुए थे।

इन आतंकियों ने यह भी बताया है कि खचरबन लांचिग पैड पर 50 से ज्यादा आतंकियों का जमावड़ा है जो पाकिस्तानी सेना की मदद से जम्मू कश्मीर में दाखिल होने की साजिश में लगे हुए हैं। दोनों आतंकियों को हमले के टारगेट का मुआयना करने के लिए भेजा गया था, जिन्हें सुरक्षाबलों ने पकड़ लिया था। इन आतंकियों ने सुरक्षाबलों से बाकी आतंकियों के बारे में कई अहम जानकारियां भी दी हैं। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान ने मामले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने की पुरी कोशिश की। उससे भी बात नहीं बनी, तो जंग की धमकी दे डाली और अब उसने फिर से आतंक का सहारा लेने का प्लान कर लिया है।

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