15 लाख का इनामी नक्सली ओपन जेल में शिफ्ट, MLA-DSP की हत्या का आरोप

Naxali
  • गवाहों के अभाव के कारण कुंदन कई मामलों से बरी

  • 15 लाख का इनामी नक्सली (Naxali) था कुंदन

  • 14 मई 2017 को कुंदन ने किया था सरेंडर

  • सरेंडर के समय कुंदन के खिलाफ 128 मामले दर्ज

  • कुंदन पर कई मर्डर और पांच करोड़ लूट का आरोप

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बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागृह में बंद नक्सली (Naxali) कुंदन पाहन को उसके पूरे परिवार के साथ हजारीबाग स्थित ओपन जेल में शिफ्ट करा दिया गया है। जेल प्रशासन ने इस बात की पुष्टि की है। कुंदन पाहन दो साल से अधिक समय तक रांची जेल में बंद रहा।

जेल प्रशासन का कहना है कि कुंदन पर 15 लाख रुपये का इनाम घोषित था। पकड़े गए नक्सलियों को जेल में रखा जाता है, जबकि सरेंडर करने वाले सभी नक्सलियों को ओपन जेल में रखने की व्यवस्था है। ओपन जेल में सरेंडर करने वाले नक्सली (Naxali) अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहते हैं। ओपन जेल में रहने के दौरान नक्सली मुख्य धारा से जुड़ने का काम करते हैं। पिछले दो साल में जेल में रहने के दौरान कुंदन से कोई भी व्यक्ति मिलने नहीं आया। कई मामलों में साक्ष्य नहीं मिलने के कारण वह बरी होता जा रहा है। बुंडू में कुंदन ने पुलिस पर हमला किया था। मामले में वह बरी हो गया है।

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नक्सली (Naxali) कुंदन पाहन ने 14 मई 2017 को रांची में पुलिस के सामने सरेंडर किया था। कुंदन ने जब सरेंडर किया था, तब उस पर इंस्पेक्टर की हत्या समेत 128 आपराधिक मामले दर्ज थे। खूंटी में 50, रांची में 42, चाईबासा में 27, सरायकेला में 7, गुमला में एक कांड दर्ज था। कुंदन ने पुलिस के सामने खुलासा किया था कि पश्चिमी बंगाल के टॉप माओवादी लीडर मनीष दा, किशन जी, भास्कर दा उर्फ मिसिर बेसरा और नंदलाल ने झुमरा पहाड़ में उसे ट्रेनिंग दी थी। कुंदन 2000 में नक्सली ग्रुप में शामिल हुआ। फिर उसने झारखंड में कई वारदातों को अंजाम दिया। उस पर सांसद सुनील महतो, पूर्व मंत्री और विधायक रमेश सिंह मुंडा, बुंडू डीएसपी प्रमोद कुमार समेत छह पुलिसकर्मी, स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार की हत्या के आरोप हैं।

क्या है ओपन जेल?

हजारीबाग में वर्ष 2013 में ओपन जेल की शुरुआत की गई थी। 10 एकड़ में जेल का निर्माण किया गया है। इसमें 100 कॉटेज की व्यवस्था है। यहां कैदी अपने परिवार के साथ रहते हैं। प्रत्येक कॉटेज में एक कमरा, एक बरामदा, किचन, एक बाथरूम, एक शौचालय और एक छोटा आंगन है। कोई भी कैदी 15 किलोमीटर के दायरे तक जेल से बाहर काम करने जा सकता है। लेकिन शाम में उसे जेल में वापस लौटना होता है।

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