झारखंड में बड़ा नक्सली हमला, IED ब्लास्ट में 26 जवान जख्मी

झारखंड में नक्सलियों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया। 28 मई की सुबह राज्य के सरायकेला खरसावां में माओवादियों ने धमाका किया। इसमें पुलिस और 209 कोबरा के 26 जवान घायल हो गए।

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झारखंड में नक्सलियों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया।

Jharkhand Naxal Attack: झारखंड में नक्सलियों ने बड़ी घटना को अंजाम दिया है। 28 मई की सुबह राज्य के सरायकेला खरसावां में माओवादियों ने धमाका किया। इसमें पुलिस और 209 कोबरा बटालियन के 26 जवान घायल हो गए। 3 जवानों की हालत गंभीर है। एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने घटना की पुष्टि की है। ब्लास्ट के बाद नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग भी की। ब्लास्ट इतना जबरदस्त था कि इसकी आवाज करीब पांच किलोमीटर तक सुनाई दी। जानकारी के मुताबिक, यहां कुचाई इलाके में राय सिंदरी पहाड़ पर 209 कोबरा बटालियन और झारखंड पुलिस की टुकड़ी पर नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया।

डीजीपी डीके पांडे ने बताया कि नक्सलियों ने यह आईईडी चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए लगाए थे। घायल जवानों को सेना के हेलिकॉप्टर से रांची ले जाया गया। यह हादसा सर्च ऑपरेशन के दौरान हुआ। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, सीआरपीएफ (CRPF) की विशेष इकाई कोबरा और झारखंड जगुआर का संयुक्त दल जिले के कुचाई इलाके के जंगलों में एक सर्च अभियान चला रहा था तभी तड़के करीब पांच बजे यह विस्फोट हुआ। इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है। विस्फोट के बाद पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ भी हुई। इस दौरान घने जंगल का लाभ उठा कर नक्सली भाग निकले। अधिकारियों ने बताया कि ऐसा आशंका है कि आईईडी को कच्ची सड़क के नीचे दबा कर रखा गया था। उन्होंने बताया कि संयुक्त दल का नेतृत्व कोबरा की 209वीं बटालियन कर रही थी।

झारखंड के सरायकेला जिले का कुचाई इलाका जंगलों एवं पहाड़ों से घिरा क्षेत्र है। बड़ी आबादी इस क्षेत्र में बसती है। यहां नक्सली रास्तों पर जगह-जगह आईडी प्लांट कर बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं। समय रहते इस बात की सूचना झारखंड के पुलिस मुख्यालय को मिली और नक्सलियों के खिलाफ मुहिम तेज कर दी गई थी। बता दें, कि पिछले तीन दिनों से लगातार इस क्षेत्र में झारखंड जगुआर, कोबरा की 209 बटालियन एवं जिला पुलिस बल के द्वारा लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। नक्सलियों ने अपने क्षेत्र में पुलिस की बढ़ती हुई दबिश को देखते हुए 28 मई की सुबह कुचाई की ओर आ रही पुलिस पर यह हमला किया।

डीजीपी झारखंड डीके पांडे ने बताया है कि पुलिस द्वारा अभियान की तेजी से बौखलाए नक्सलियों ने यह कायराना हरकत को अंजाम दिया है। परंतु हमारा मुख्य मकसद झारखंड से नक्सल को हमेशा-हमेशा के लिए खत्म करना है और हमने क्षेत्र में इस घटना के बावजूद अभियान और तेज कर दिया है। उन्होंने बताया कि इस घटना के पीछे नक्सली कमांडर पत्ती लाल मांझी का हाथ है जो इस क्षेत्र के पहाड़ी और अर्बन एरिया में रहकर नक्सली वारदातों की योजना बनाता है। उसी नक्सली कमांडर के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव के समय ही क्षेत्र में जगह-जगह आईडी प्लांट किया गया था।

पुलिस को इसकी सटीक जानकारी मिल चुकी थी। सफलतापूर्वक चुनाव संपन्न कराने के बाद पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाते हुए इस क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। क्षेत्र से नक्सलियों को खदेड़ने का काम शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि झारखंड के पुलिस ने इन नक्सलियों के खिलाफ मुहिम और तेज कर दी है और हम तब तक नहीं बैठेंगे जब तक पूरे झारखंड से नक्सलियों को नेस्तनाबूद न कर दें। इधर, इस नक्सली घटना को देखते हुए पुलिस सावधानी से जगह-जगह नक्सलियों द्वारा प्लांटेड आईडी का पता लगा कर उसे नष्ट कर रही है। क्षेत्र में स्थित कई पहाड़ियों को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर उसे चारों तरफ से सील कर दिया है ताकि नक्सली इन पहाड़ियों से बाहर नहीं भाग पाएं।

इससे पहले, 1 मई को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों ने एक बड़ा हमला किया था। जिसमें सी-60 के जवानों को ले जा रहे एक वाहन को आईईडी विस्फोटक कर माओवादियों ने उड़ा दिया था। इस हमले में 15 जवानों सहित कुल 16 लोगों की मौत हो गई थी।

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