सीरियल ब्लास्ट कर दहशत फैलाने की फिराक में था, झारखंड पुलिस ने धर दबोचा

गिरफ्तार नक्सली 2012 में न्यू पुलिस लाइन(पपरवाटांड़) के निर्माणाधीन भवन को सीरियल ब्लास्ट कर उड़ाने के मामले में फरार था।

naxal, naxal arrested, naxal arrested in jharkhand, naxal arrested in giridih, jhanrkhand naxal, sirf sach, sirfsach.in

झारखंड के गिरिडीह में एक वांटेड नक्सली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

झारखंड के गिरिडीह में एक वांटेड नक्सली को 12 जून को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार नक्सली डुमरी थाना इलाके के खेतगढ़ी खलार का रहनेवाला संझलू मांझी उर्फ सुरेश मांझी है। वह साल 2012 में न्यू पुलिस लाइन (पपरवाटांड़) के निर्माणाधीन भवन को सीरियल ब्लास्ट कर उड़ाने के मामले में फरार था। 13 जून को उसे जेल भेज दिया गया। जानकारी के मुताबिक, एसपी सुरेंद्र कुमार झा को सूचना मिली थी कि संझलू अपने घर के आसपास ही देखा गया है। एसपी के निर्देश पर पुलिस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर मुफस्सिल पुलिस को सौंप दिया। पूछताछ में संझलू ने पुलिस को बताया कि पूर्व में भी वह नक्सली वारदातों में जेल जा चुका है।

अभी हाल के दिनों में उसने नक्सली संगठन भाकपा माओवादी से दूरी बना ली थी। उसका चचेरा भाई शिबू मांझी नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ है और पिछले कई सालों से घर नहीं आया है। मुफस्सिल थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर ने इस बात की पुष्टि की। थाना प्रभारी के अनुसार, गिरफ्तार नक्सली संझलू मांझी को पूछताछ के बाद 13 जून को अदालत के सामने पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। उस पर कई और भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। पिछले छह सालों से पुलिस संझलू की तलाश में थी। इससे पहले राज्य के लोहरदगा जिले के सेन्हा थाना क्षेत्र के हेसवे तेतरटोली गांव के पास पुलिस और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी।

दोनों ओर से हुई गोलीबारी में पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर कर भागने में सफल रहे। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद नक्सली संगठन जेजेएमपी के तीन माओवादियों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही पुलिस से नक्सलियों के पास से लूटी हुई एक एसएलआर और एक एलएमजी और 80 हजार रुपये बरामद किये। मुठभेड़ स्थल से दो कारें भी बरामद की गयीं। जानकारी के अनुसार, 2.35 करोड़ रुपये की लागत से सड़क बनायी जा रही है। यहां जेजेएमपी नक्सली संगठन लेवी वसूलने के लिए और निर्माण कार्य को बाधित करने की फिराक में थे। इस बात की गुप्त सूचना लोहरदगा एसपी को मिली थी।

इसके बाद एसपी प्रियदर्शी आलोक के निर्देश पर एएसपी अभियान के नेतृत्व में जिला पुलिस बल के जवानों ने छापेमारी अभियान चलाया। 12 जून की शाम पुलिस के जवानों ने तेतर टोली के समीप घेराबंदी कर रखी थी। इसी बीच नक्सलियों का दस्ता मौके पर पहुंच गया। पुलिस को देखकर नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी फायरिंग की। जिसके बाद हथियार छोड़ भाग रहे नक्सलियों में से तीन को पुलिस ने खदेड़ कर पकड़ लिया। पकड़े गए नक्सलियों पहचान गुमला जिले के मदरसा रोड सिसई के रहने वाले मुजेबुल अंसारी, हेसबे के रहने वाले तेवारी उरांव और सिसई के रहने वाले जाहिद खान के रूप में हुई है। बाकी नक्सली भागने में सफल रहे।

यह भी पढ़ें: नक्सलवाद का सफाया करने में प्रशासन की मदद करेंगे पूर्व नक्सली, दोबारा हथियार उठाने की तैयारी

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें