छत्तीसगढ़: पुलिस के शिकंजे में खूंखार नक्सली, कई मासूमों के खून से रंगे हैं इसके हाथ

गिरफ्तार नक्सली ट्रैक्टर में आगजनी, 1 सहायक आरक्षक और 1 आरक्षक की हत्या जैसे कई संगीन मामलों में शामिल था।

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बीजापुर जिले से सुरक्षाबल के जवानों ने एक नक्सली को गिरफ्तार किया

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले से सुरक्षाबल के जवानों ने एक नक्सली को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार नक्सली कई संगीन वारदातों में शामिल रहा है। जिला पुलिस बल और एसटीएफ के जवानों ने यह कार्रवाई की। यह पूरा मामला पामेड़ थाना क्षेत्र का है। पामेड़ में कार्रवाई के बाद नक्सली को दंतेवाड़ा न्यायालय में पेश किया गया। नक्सली की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए पुलिस ने एक प्रेस रिलीज भी जारी किया। जानकारी के मुताबिक, जिला पुलिस बल और एसटीएफ के जवान एरिया डॉमिनेशन के लिए रासपल्ली इलाके की ओर निकले थे। इसी दौरान गुप्तचरों की सूचना पर पामेड़ थाना क्षेत्र के एमपुर के जंगल से जवानों ने एक नक्सली को गिरफ्तार किया।

पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार नक्सली का नाम अर्जुन कुंजाम है। वह धरमावरम मार्ग पर ट्रैक्टर में आगजनी, 1 सहायक आरक्षक और 1 आरक्षक की हत्या जैसे कई संगीन मामलों में शामिल था। गिरफ्तार नक्सली अर्जुन से पूछताछ पर साल 2007 में 12 जवानों की हत्या और साल 2010 में पामेड़ में 2 जवानों की हत्या में भी शामिल होने की बात सामने आई है। इससे पहले, छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी थी। पुलिस ने मैनपुर थाना क्षेत्र के धुर नक्सल प्रभावित ताराझर दण्डईपानी गांव के जंगल से बड़ी मात्रा में नक्सलियों द्वारा डंप किए गए गोला बारूद को जब्त किया। हथियारों के साथ जवानों ने नक्सलियों के दैनिक उपयोग का सामान भी बरामद किया।

नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे। लेकिन जवानों ने नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। जानकारी के मुताबिक, सर्चिंग पर निकले जवानों को यह कामयाबी मिली। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पुलिस को ताराझर दण्डईपानी से लगे जंगल पहाड़ी में 25-30 में सशस्त्र नक्सलियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिली थी। जिसके आधार पर जिला बल और ई (30) के जवान मैनपुर थाना के ओडिशा सीमा से लगे ताराझर पहाड़ी की ओर सर्च ऑपरेशन पर निकले थे। सर्चिंग के दौरान 11 जून की रात को ही पुलिस के जवान नक्सलियों द्वारा पहाड़ी में बनाए ट्रैनिंग कैंप तक पहुंच गए थे। पुलिस को आता देख पहले ही नक्सली वहां से भाग खड़े हुए। आस-पास सर्चिंग करने पर पुलिस को ट्रेनिंग कैंप के पास गुफा जैसी जगह में नक्सलियों द्वारा डंप किया हथियारों का जखीरा मिला।

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