बिहार: वैशाली मुठभेड़ में घायल नक्सली पुलिस के हत्थे चढ़ा

पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई इस मुठभेड़ में एक नक्सली को गोली लग गई

naxal encounter, police-naxal encounter, vaishali, Naxalites, encounter with police and naxalites in Bihar, Naxalite conspiracy, Bihar police, Bihar, sirf sach, sirfsach.in

बिहार के वैशाली में पुलिस की नक्सलियों से हुई मुठभेड़

बिहार के वैशाली में 24 जून की सुबह पुलिस की नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। यह घटना जिले के महनार थाना के महिन्दरवारा की है। जानकारी के मुताबिक, पुलिस को इलाके में नक्सलियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। महनार और जंदाहा थाना के बॉर्डर पर महिन्दवारा गांव में नक्सलियों का एक दस्ता किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए जुटा था। गुप्त सूचना मिलते ही एसएसबी के जवान और स्थानीय पुलिस इलाके में छापेमारी के लिए पहुंची। पुलिस के आने की भनक लगते ही नक्सलियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और भागने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की। पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई इस मुठभेड़ में एक नक्सली को गोली लग गई।

घायल नक्सली का नाम मोहम्मद एजाज है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। वहीं बाकी नक्सली फरार हो गए। पुलिस ने मौके से गोली और कट्टा बरामद किया। घायल नक्सली को फिलहाल इलाज के लिए अस्पताल भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद महनार और जंदाहा थानों की पुलिस घटनास्थल पर कैंप कर रही है। साथ ही इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। इससे पहले छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में सीआरपीएफ जवानों ने 21 जून को एक नक्सली को धर दबोचा था। पकड़े गए नक्सली पर प्रशासन की ओर से दो लाख रुपए का इनाम है। वह तीन साल से फरार चल रहा था। गिरफ्तार नक्सली का नाम पांडु है। वह साल 2016 में जिला अस्पताल से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था।

सीआरपीएफ के जवानों ने सर्चिंग के दौरान नक्सली को बड़े गुडरा के कनकीपारा जंगलों से गिरफ्तार किया। फिलहाल उससे पूछताछ की जारी है। दंतेवाड़ा के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि की। जानकारी के मुताबिक, साल 2016 में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के दौरान घायल हालत में पांडू को पकड़ा गया था। पुलिस ने पांडू को जिला अस्पताल में भर्ती किया था। लेकिन इलाज के दौरान वह पुलिसकर्मियों को चकमा देकर भाग निकला था।

पुलिस ने पांडु की गिरफ्तारी पर दो लाख रूपए का इनाम घोषित किया था। तीन साल बाद वह पुलिस को हाथ लगा है। जवानों को इलाके में पांडु की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली थी। सर्चिंग के दौरान बड़े गुडरा के कनकीपारा जंगलों से पांडु को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक, पांडु प्लाटून नंबर 124 का सदस्य है और मैलावाड़ा विस्फोट सहित कई अपराधों में आरोपी है। नक्सली पांडु की पुलिस लंबे समय से तलाश कर रही थी।

पढ़ें: नक्सली इलाकों में बिछेगा सड़को का जाल, सरकार ने बनाया बड़ा प्लान

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें