जम्‍मू-कश्मीर: सालों बाद सामने आई गुरेज सेक्टर में घुसपैठ की खबर

जानकारी के मुताबिक, करीब 6 साल बाद इस इलाके में घुसपैठ की घटना सामने आई है। सूत्रों के अनुसार, आतंकवादियों के घुसपैठ की यह घटना 27 सितंबर और 3 अक्‍टूबर को हुई।

Gurez Sector

सेना ने राज्‍य के सिंध घाटी के गुरेज सेक्‍टर में दो आतंकियों को मार गिराया।

जम्‍मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्‍तान ने पूरा जोर लगा दिया है। पाकिस्‍तान अब घुसपैठ के लिए नए-नए रास्‍ते तलाश रहा है। पर भारतीय सेना के जवानों की सतर्कता की वजह से उन्हें सफलता नहीं मिल रही है। सेना ने राज्‍य के सिंध घाटी के गुरेज सेक्‍टर में दो आतंकियों को मार गिराया।

Gurez Sector

जानकारी के मुताबिक, करीब 6 साल बाद इस इलाके में घुसपैठ की घटना सामने आई है। सूत्रों के अनुसार, आतंकवादियों के घुसपैठ की यह घटना 27 सितंबर और 3 अक्‍टूबर को हुई। पिछले कई साल से सिंध घाटी शांत थी और यहां पर अंतिम आतंकवाद निरोधक अभियान अगस्‍त 2013 में चलाया गया था। सेना के एक अधिकारी के अनुसार, ‘पाकिस्‍तान नियंत्रण रेखा के हर तरफ से आतंकवादियों की घुसपैठ कराकर आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है। इससे घाटी के स्‍थानीय लोग दहशत में हैं और उन्‍हें यह डर सता रहा है कि पाकिस्‍तानी आतंकियों के हाथों उनकी जान जा सकती है।’

सेना के सूत्रों ने बताया कि ग्रेनेड लॉन्‍चर के साथ दो आतंकवादियों का आना क्षेत्र के लिए चिंता की बात है। इस इलाके में जिप्‍सी समुदाय के लोग रहते हैं और अखरोट तथा अन्‍य प्राकृतिक जड़ी बूटियों से अपना घर चलाते हैं। गांदरबल और कारगिल पुलिस खाड़ी के एक देश में रह रहे एक व्‍यक्ति को किए गए फोन कॉल की जांच कर रही हैं। पुलिस ने ऐसा तब किया जब एक स्‍थानीय परिवार ने एक आतंकी के शव का दावा किया। जम्‍मू-कश्‍मीर के एक शीर्ष खुफिया अधिकारी ने कहा, ‘आतंकवादियों के पास से वायरलेस वीएचएफ सेट बरामद हुआ है जिससे यह पता चलता है कि वे लोग पाकिस्‍तान में बैठे अपने आका के साथ संपर्क में थे।

सुरक्षा एजेंसियां भी इस बात से सकते में हैं। हम नमूनों की डीएनए जांच कर रहे हैं। हमें यह भी बताया गया है कि इस परिवार को सऊदी अरब से किसी ने अलर्ट किया था। हम उस व्‍यक्ति का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।’ उधर, खुफिया सूचना मिली है कि श्रीनगर केंद्रीय कारागार में बंद कई लोग जैश-ए-मोहम्‍मद के दक्षिण कश्‍मीर में सक्रिय विदेशी आतंकवादियों के साथ संपर्क में हैं। सेना के अधिकारी के उनुसार, ‘ये आतंकी एयरफोर्स के श्रीनगर और अवंतीपोरा स्थित ठिकानों तथा रावलपोरा के बैंक कॉलोनी पर हमले की साजिश रच रहे हैं। दो दिन पहले ही एनएसजी के अतिरिक्‍त दस्‍ते को जम्‍मू, श्रीनगर और लेह हवाई अड्डे की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है।’

पढ़ें: पुलिस के हत्थे चढ़ा जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी, बड़े आतंकी हमले की साजिश नाकाम

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें