सर्जिकल स्ट्राइक 2 का हीरो ‘नेत्र’, सैकड़ों किलोमीटर के दायरे में दुश्मन को ढूंढ निकालने में सक्षम

‘नेत्र’ की विशेषता है कि यह दुश्मन की मिसाइल और विमान को जमीन, समुद्र और आकाश में सैकड़ों किलोमीटर के दायरे में ढूंढ निकालने में सक्षम है। जिस वक़्त मिराज विमान पाकिस्तानी आतंकियों के कैंपों को ध्वस्त कर रहा था, उस वक्त ‘नेत्र’ खाली इलाकों में इन विमानों को राडार कवरेज मुहैया करा रहा था।

netra played vital role in IAF strike

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26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में ज़बरदस्त एयर स्ट्राइक की। वायुसेना ने 12 जेट विमानों की मदद से इस एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया गया। इस एयर स्ट्राइक में ‘नेत्र’ ने अहम भूमिका निभाई थी। ‘नेत्र’ ही भारतीय विमान मिराज को दिशा-निर्देश दे रहा था जिसके ज़रिए बालाकोट में घुसकर आतंकी ठिकानों पर बमबारी की गई।

‘नेत्र’ को डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने बनाया है। जिसमें स्वदेशी हार्डवेयर और इलेक्ट्रॉनिक्स का इस्तेमाल किया गया है। जिसके ज़रिए यह विमान को दुश्मन के ठिकानों के बारे में दिशा निर्देश देता है। दुश्मन को हर जगह से ढूंढ निकालने में सक्षम है। यह दुश्मन के ठिकानों को 120 डिग्री दृश्य मुहैया कराता है। यही नहीं यह दुश्मनों की बातचीत को भी रिकार्ड कर लेता है। नेत्र न सिर्फ रडार सिग्नल का पता लगा सकता है बल्कि पाकिस्तान के सशस्त्र बलों के बीच होने वाली सभी बातचीत को सुन भी सकता है। इसकी मदद से सैकड़ों किलोमीटर की दूरी पर बैठे दुश्मन को निशाना लगाने में मदद मिलती है।

भारतीय वायुसेना के पास इस वक़्त दो नेत्र विमान मौजूद हैं। तीसरा विमान भी मिलने की प्रक्रिया में है। भारतीय वायुसेना को यह विमान साल 2016 में सौंपा गया था। इस विमान की ख़ासियत है कि यह विमान पांच घंटे तक उड़ान भर सकता है, इतना ही नहीं इस विमान में हवा से हवा में ईंधन भी भरा जा सकता है।

‘नेत्र’ के विकास में महिला वैज्ञानिकों की सबसे अहम भूमिका रही है। महिला वैज्ञानिक जे. मंजुला के नेतृत्व में डीआरडीओ की प्रयोगशाला में ‘नेत्र’ को बनाया गया। इसके लिए देश की महिला वैज्ञानिक पिछले एक दशक से अधिक समय से मेहनत कर रही थीं। जिसके बाद साल 2007 में यह बनकर तैयार हुआ था। नेत्र, स्वदेशी एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम है। जिसे 2017 में वायुसेना में शामिल किया गया था।

‘नेत्र’ की विशेषता है कि यह दुश्मन की मिसाइल और विमान को जमीन, समुद्र और आकाश में सैकड़ों किलोमीटर के दायरे में ढूंढ निकालने में सक्षम है। जिस वक़्त मिराज विमान पाकिस्तानी आतंकियों के कैंपों को ध्वस्त कर रहा था, उस वक्त ‘नेत्र’ खाली इलाकों में इन विमानों को राडार कवरेज मुहैया करा रहा था।

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