छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा में तीन इनामी सहित 6 नक्सलियों ने किया सरेंडर

छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में पोटाली कैंप खुलने का सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। 26 दिसंबर को इलाके के नीलावाया गांव के पांच नक्सली (Naxalites) समर्पण करने एसपी कार्यालय पहुंचे।

छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में पोटाली कैंप खुलने का सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। 26 दिसंबर को इलाके के नीलावाया गांव के पांच नक्सली (Naxalites) समर्पण करने एसपी कार्यालय पहुंचे। इनमें एक-एक लाख रूपये के दो इनामी भी शामिल हैं, जबकि तीन अन्य संघम और जनमिलिशिया सदस्य हैं।

Naxalites
सांकेतिक तस्वीर।

नीलावाया वही गांव है, जहां साल भर पहले नक्सली हमले में तीन जवान शहीद हुए थे और डीडी न्यूज के कैमरामैन की मौत हो गई थी। समर्पित नक्सलियों (Naxalites) ने गांव के विकास में पुलिस का साथ देने और नक्सलियों को मार भगाने की बात कही है। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव और एएसपी सूरज सिंह परिहार ने 26 दिसंबर को बताया कि पोटाली पुलिस कैंप में पहुंचकर ग्रामीणों ने समर्पण की बात कही। इसके बाद उन्हें अरनपुर थानेदार और कैंप प्रभारी एसपी के पास लेकर पहुंचे। इनमें मड़कम देवा डीएकेएमएस (दंडकारण्य किसान मजदूर संगठन) का अध्यक्ष और सोना हेमला ग्राम कमेटी का अध्यक्ष है।

दोनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था। जबकि समर्पित नक्सली मड़कम मासा और सुक्का मंडावी जनमिलिशिया सदस्य तथा धुरवा सोरी संघम सदस्य है। समर्पण करने वाले सभी नक्सलियों (Naxalites) को शासन की नीतियों के तहत दस-दस हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि का चेक सौंपा गया। उधर, जवानों का राशन लूटने और किरंदुल के पेट्रोल पंप में आग लगाने वाले जनताना सरकार के अध्यक्ष हिड़मा ने भी आत्मसमर्पण कर दिया है। उसने किरंदुल थानेदार और एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण किया।

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उस पर प्रशासन की ओर से एक लाख रूपये का इनाम था। एसपी ने उसके निर्णण का स्वागत करते हुए 10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि चेक सौंपा है। पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, हिड़मा ने नक्सलियों (Naxalites) के जनविरोधी कामों से तंग आकर समर्पण करने का निर्णय लिया है। वह अब परिवार के साथ शांति से जीवन बीताना चाहता है। बताया जा रहा है कि हिड़मा ने अपने साथियों के साथ मिलकर किरंदुल के पापाचन पेट्रोल पंप को आग लगाकर क्षति पहुंचाई थी। इसके अलावा क्षेत्र के ग्राम चोलनार से पालनार कैंप जा रहे राशन को लूटने की घटना में भी वह शामिल था।

रेलवे ट्रैक उखाड़ने, किरंदुल के पटेलपारा में लाला कुंजाम के घर के पास वाहनों में आगजनी, ग्राम समेली के आश्रमों को बम लगाकर क्षति पहुंचाने तथा कुटरेम-समलवार सड़क को खोदकर क्षति पहुंचाने सहित अन्य नक्सली वारदातों में उसकी सक्रिय भूमिका थी। आत्मसमर्पित नक्सली हिड़मा ने बताया कि पिछले कुछ समय से डीआरजी के जवान हिंदी के साथ गोंडी- हलबी बोली में आत्मसमर्पण पुनर्वास योजना और नीतियों की जानकारी ग्रामीण इलाकों में दे रहे हैं। इन सबसे प्रभावित होकर उसने समर्पण करने का निर्णय लिया।

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