ग्रैमी अवॉर्ड के किंग ने 75 सालों तक अपने संगीत पर दुनिया को नचाया

B B King birth Anniversary: दुनिया के दिग्गज , संगीतकार, गायक और गिटारवादक की बात की जाए तो जेहन में सबसे पहला नाम 15 बार के ग्रैमी पुरस्कार विजेता बी बी किंग (B B  King) आता है। साल 1940 में बतौर गिटारवादक अपने करियर की शुरुआत करने वाले बी बी किंग (B B King) के गाने आज भी लोगों की जुबां पर है। दुनिया के टॉप 3 गिटारवादकों में शुमार बी बी किंग (B B King) को किंग ऑफ ब्लूज (King of Blues) के नाम से भी संबोधित किया जाता है। बी बी किंग की ख्याति इसी बात से समझी जा सकती है कि दुनिया के तीन बड़ी यूनिवर्सिटी ने इनको संगीत में डॉक्टरेट की मानक उपाधि से सम्मानित किया है।

B B King

इतिहास में आज का दिन – 16 सितंबर

The Thrill is gone” के गायक बी बी किंग  (B B  King) का पूरा नाम रिले बी किंग था। इनका जन्म 16 सितंबर 1925 मिसीपिपी के इट्टा बेना नामक स्थान पर हुआ था। इनके पिता जी एलबर्ट और मां नोरा इल्ला किंग खेती करते थे। लेकिन महज चार साल की उम्र में ही बी बी किंग (B B King) की मां उन्हें छोड़कर किसी दूसरे आदमी के साथ चली गईं। इसके बाद इनकी परवरिश किलमिशेल नामक स्थान पर इनकी नानी ने की।

हर साल दुनियाभर में करीब 100 कंसर्ट करने वाले बी बी किंग (B B  King) ने अपनी पहली परफॉर्मेंस 12 साल की उम्र में एक चर्च में किया था। बी बी किंग ने अपना पहला गिटार 15 डॉलर में खरीदा था। साल 1941 में उन्होंने रेडिया पर मिसीपीसी डेल्टा ब्लूज की पर्फॉर्मेंस सुनी और इससे प्रभावित होकर वो भी रेडिया संगीतकार बनने की चाह रखने लगे। 1943 में किंग ने अपने नानी का घर छोड़ दिया और ट्रैक्टर चलाने के लिए इनवर्नेस शहर में चले गए। इस दौरान किंग को जब भी मौका मिलता वो यहां के नजदीकी चर्च में अपने संगीत से लोगो को मंत्रमुग्ध करने जरूर जाया करते थे।

B B King

साल 1950 के दौरान किंग ने बेले स्ट्रीट नामक बैंड में शामिल हुए और बॉबी ब्लैंड, जॉनी ऐस, इर्ल फॉरेस्ट के साथ बतौर गिटारवादक अपनी प्रतिभा का जलवा दिखाने लगे। धीरे-धीरे किंग के संगीत का जादू लोगों के सर चढ़ कर बोलने लगा। अमेरिका ही नहीं दुनियाभर के लोग उनकी संगीत के दिवाने हो गए। बी बी किंग द्वारा सृजित “Sweet little Angel” और “Rock me baby” के बोल आज भी पार्टियों में सुनने को मिलते हैं। किंग को उनका पहला ग्रैमी अवॉर्ड 1971 में मिला और उसके बाद उन्होंने 14 ग्रैमी अवॉर्ड भी अपने नाम किये। किंग को संगीत की यूनिवर्सिटी भी कहा जाता है। शायद यही कारण है कि दुनिया की तीन बड़ी यूनिवर्सिटी (येले यूनिवर्सिटी, बार्क्ले कॉलेज ऑफ म्यूजिक और ब्राउन यूनिवर्सिटी) ने डॉक्टरेट के मानक उपाधि से सम्मानित किया है।

दुनिया का ये महान संगीतकार 89 साल की आयु में 14 मई 2015 को अपनी अनमोल रचनाओं को छोड़कर मानव शरीर से मुक्ति प्राप्त कर ली। संगीत के जादुगर के जन्मदिवस के अवसर पर गूगल ने भी अपने सर्च इंजन में बी बी किंग (B B  King) के डूडल को दर्शाया है।

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