Pulwama Attack: गरीब परिवार का एक मात्र सहारा थे अश्विनी, इसी साल होने वाली थी शादी

अश्विनी का परिवार बहुत ग़रीब है। उनके माता-पिता और तीन भाई दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का खर्च चलाते हैं। इस वर्ष के अंत में उनकी शादी होने वाली थी।

pulwama martyr ashwini madhyapradesh

pulwama martyr ashwini madhyapradesh

Pulwama Attack: 14 फऱवरी को कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में मध्यप्रदेश का एक लाल शहीद हुआ है। शहीद अश्विनी कुमार काछी जबलपुर के खुड़ावल गाँव के निवासी थे। इनका परिवार बहुत ग़रीब है। शहीद के माता-पिता और तीन भाई दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का खर्च चलाते हैं। परिवार में अश्विनी सबसे छोटे थे। वे सीआरपीएफ में सेवाएं दे रहे थे। अश्विनी कुमार सीआरपीएफ की 35वीं बटालियन में तैनात थे और 2017 में श्रीनगर पोस्टेड हुए थे।

अश्विनी ही परिवार के एक मात्र ऐसे सदस्य थे जो नौकरी कर रहे थे। बाक़ी का परिवार मज़दूरी कर एवं बीड़ी बनाकर परिवार का भरण पोषण करता है। अश्विनी की शादी की बात लगभग तय हो गयी थी। इसी साल उनकी शादी होने वाली थी। घर वाले इस इंतज़ार में थे कि जल्द ही अपना अश्विनी सेहरा पहनेगा। पर किसी को क्या पता था कि अश्विनी की जगह उनका पार्थिव शरीर आएगा।

अश्विनी के शहीद होने की खबर उनके पैतृक गांव खुड़ावल में पहुंचने के बाद उनके परिवार सहित पूरे गांव में मातम छा गया। पिता अपने दुखों को सीने में दफ़्न करके सबको संभालने में लगे हैं। अश्विनी बचपन से सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना चाहते थे। राजस्थान में ट्रेनिंग पूरी होने के बाद छह महीने पहले ही वे जम्मू-कश्मीर में तैनात हुए थे। घर में इकलौते अश्वनी को ही सरकारी नौकरी मिली थी। अश्विनी कुमार के पिता  सुकरी काछी चाहते हैं कि खुडावल का हर जवान सेना में जाए।

वीडियो देखेंः

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें