प्रिंस विलियम के सामने फिर कश्मीर का राग अलाप सकते हैं इमरान खान

पाकिस्तान मौका मिलते ही अपना रंग दिखाना शुरू कर देता है। दरअसल, ब्रिटेन के प्रिंस विलियम अपनी पत्‍नी के साथ पाकिस्‍तान के पांच दिवसीय यात्रा पर इस्‍लामाबाद पहुंचे हैं।

Prince William

ब्रिटेन के प्रिंस विलियम अपनी पत्‍नी के साथ पाकिस्‍तान के पांच दिवसीय यात्रा पर इस्‍लामाबाद पहुंचे हैं।

पाकिस्तान मौका मिलते ही अपना रंग दिखाना शुरू कर देता है। दरअसल, ब्रिटेन के प्रिंस विलियम (Prince William) अपनी पत्‍नी के साथ पाकिस्‍तान के पांच दिवसीय यात्रा पर इस्‍लामाबाद पहुंचे हैं।

Prince William
ब्रिटेन के Prince William पत्‍नी के साथ पांच दिवसीय यात्रा पर इस्‍लामाबाद पहुंचे हैं।

इस बीच यह चर्चा जोरों पर है कि Prince William के समक्ष पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री अनुच्‍छेद 370 का मामला उठा सकते हैं। पाकिस्‍तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आएगा। वह एक बार फ‍िर शा‍ही दंपति के समक्ष कश्‍मीर के अनुच्‍छेद 370 का मामला उठा सकता है। एक अखबार ने सुरक्षा सूत्रों के हवाले से बताया है कि उन्‍हें उम्‍मीद है कि इस यात्रा से पाकिस्तान जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने के भारत सरकार के फैसले पर अपनी निंदा पर जोर दे सकेगा। Prince William मां प्रिंसेस डायना द्वारा किए गए धर्मार्थ कार्यों के प्रति सम्‍मान व्‍यक्‍त करेंगे।

हालांकि, सुरक्षा कारणों से उनकी यात्रा गुप्‍त रखा गया है। उनके कार्यक्रमों को सार्वजनिक नहीं किया गया है।संडे टेलीग्राफ की खबर के मुताबिक, एक हजार से ज्‍यादा पुलिसकर्मी उनकी यात्रा के दौरान सुरक्षा में तैनात रहेंगे। पिछले सप्‍ताह केनसिंगटन पैलेस ने ड्यूक ऑफ कैम्ब्रिज विलियम की पत्‍नी केट मिडलटन ने इस यात्रा को सुरक्षा कारणों से सबसे जटिल बताया था। इसलिए शाही परिवार की इस यात्रा को और उनके कार्यक्रमों को बहुत सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है। शाही दंपति अपने तीन बच्‍चों के बिना पाकिस्‍तान की यात्रा पर हैं।

शाही परिवार के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि Prince William यात्रा के दौरान अपनी मां के मानवता कार्य के प्रति सम्‍मान प्रकट कर सकते हैं। बता दें कि प्रिंसेस ऑफ वेल्‍स डायना और पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पूर्व पत्‍नी जेमिमा गोल्‍डस्मिथ की दोस्‍ती थी। इस दोस्‍ती की वजह से वह कई बार पाकिस्‍तान आईं थीं। प्रिंसेस ऑफ वेल्स डायना की अंतिम पाकिस्‍तान यात्रा वर्ष 1997 में हुई थी, जब वह लौहार में खान द्वारा बनाए गए कैंसर केंद्र के लिए फंड जुटाने में मदद करने के लिए आईं थीं।

पढ़ें: अब पाकिस्तान पर होगा पानी के लिए सर्जिकल स्ट्राइक, पीएम ने दिए संकेत

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें