बेनूर होगी इस घर की दिवाली, अधूरा रह गया शहीद अखिलेश कुमार राम का वादा

झारखंड के रांची में 4 अक्टूबर को हुए नक्सली हमले में पलामू के कुंदरी गांव के जवान अखिलेश राम शहीद हो गए।

Martyr Akhilesh Ram

झारखंड के रांची में 4 अक्टूबर को हुए नक्सली हमले में पलामू के कुंदरी गांव के जवान अखिलेश राम शहीद हो गए।

Martyr Akhilesh Ram
शहीद अखिलेश राम को श्रद्धांजलि 

झारखंड के रांची में 4 अक्टूबर को हुए नक्सली हमले में पलामू के कुंदरी गांव के जवान अखिलेश राम शहीद हो गए। इस मुठभेड़ में शहीद अखिलेश राम (Martyr Akhilesh Ram) की शादी 2017 में लातेहार की रहने वाली भारती से हुई थी। अखिलेश की डेढ़ साल की बेटी अनुप्रिया रानी है। अभी 20 सितंबर को ही अखिलेश राम घर से छुट्टियां बिताकर ड्यूटी के लिए रांची गए थे।

शहीद अखिलेश कुमार राम ने घरवालों को यह भरोसा दिया था कि दीपावली में छुट्टी लेकर वे जरूर आयेंगे। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। जवान के शहीद होने की खबर मिलने के बाद घर में मातम छा गया। परिजन दहाड़ें मार कर रो रहे हैं। गांव वालों की आंखें भी अपने बेटे की शहादत के गम में नम हैं। शहीद की पत्नी भारती बार-बार बेहोश हो रही है। देर शाम शहीद जवान का शव जब गांव पहुंचा तो किसी को इस बात का विश्वास नहीं हो रहा था कि अब अखिलेश राम इस दुनिया में नहीं रहे। शहीद के पिता विफन मांझी अपने आंसू को बड़ी मुश्किल से रोक रहे थे। उनका कहना है कि बेटा के नहीं रहने पर गम तो है, पर उन्हें इस बात का गर्व है कि बेटा देश की सेवा करते हुए शहीद हो गया।

विफन मांझी कहते हैं कि एक तरफ सरकार यह दावा करती है कि उग्रवाद का खात्मा हो गया है और दूसरी तरफ उग्रवादी जवानों को मार रहे हैं। सरकार को उग्रवादियों के खिलाफ और कड़ा रुख अपनाना चाहिए। विफन मांझी के दोनों बेटे पुलिस की नौकरी में थे। 3 साल पहले उनके बड़े बेटे उमेश मांझी की मेदिनीनगर में हत्या कर दी गई थी। जबकि छोटा बेटा अखिलेश उग्रवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गया। अब शहीद के घर में बूढ़ी मां सारो देवी, पिता विफन मांझी, पत्नी भारती देवी और दो साल की बेटी है। शहीद जवान अखिलेश राम ने 2013 में गढ़वा जिला बल ज्वाइन किया था। वह काफी मिलनसार स्वभाव के थे। फिलहाल, वह रांची में झारखंड जगुआर बटालियन में तैनात थे।

गौरतलब है कि झारखंड की राजधानी रांची के बुंडू थाना क्षेत्र अंतर्गत दसम फॉल के पास 4 अक्टूबर की सुबह नक्सलियों से मुठभेड़ में झारखंड जगुआर के दो जवान शहीद हो गए। जानकारी के मुताबिक, 3 अक्टूबर की देर रात दशम फॉल के पास नक्सलियों का दस्ता छिपे होने की गुप्त सूचना मिली थी। इस इनपुट के बाद STF और जिला पुलिस द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान 4 अक्टूबर की सुबह यह मुठभेड़ हुई। दोनों तरफ से भारी गोलीबारी हुई। इस मुठभेड़ में जगुवार के दो जवान अखिलेश राम और खंजन कुमार महतो शहीद हो गए। मुठभेड़ में जवान अखिलेश राम गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। उन्हें तीन गोलियां लगी थीं। उन्हें इलाज के लिए मेडिका अस्पताल लाया गया था। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।

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