जन्मदिन के दिन ही दुनिया को अलविदा कह गया गोल्डन-ब्वॉय

स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी जो वायु सेना में गोल्डन-ब्वॉय के नाम से जाने जाते थे। 1 मार्च को अपने जन्मदिन के मौक़े पर ही अचानक हुए विमान हादसे में शहीद हो गए।

IAF squadron leader sidhharth negi

स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी जो वायु सेना में गोल्डन-ब्वॉय के नाम से जाने जाते थे

देहरादून के रहने वाले स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी जो वायु सेना में गोल्डन-ब्वॉय के नाम से जाने जाते थे। 1 मार्च को अपने जन्मदिन के मौक़े पर ही अचानक हुए विमान हादसे में शहीद हो गए। ये हादसा तब हुआ जब वे बंगलूरू में विमान उड़ाने के दौरान उनका विमान हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड हवाई अड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

दुर्घटना वाले दिन ही सुबह सिद्धार्थ के पिता बलबीर नेगी ने बेटे को फोन करके जन्मदिन की बधाई दी थी। पर पिता बलबीर नेगी को क्या पता था कि जिस बेटे के लिए लंबी आयु की वो कामना कर रहे हैं उस बेटे का आज इस धरती पर आख़िरी दिन होगा। करीब 10:30 बजे सिद्धार्थ के साथ ये हादसा हुआ और सिद्धार्थ की मौत हो गई। हादसा इतना ज़बरदस्त था कि उनके साथी पायलट की भी मौत हो गई है। हादसे की खबर जैसे ही सिद्धार्थ के घर पर पहुंची तो पूरे मोहल्ले में मातम छा गया। सिद्धार्थ के पिता पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हैं। मां का नाम सुचित्रा नेगी है। बलबीर सिंह नेगी वर्तमान में  ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं।

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जल्दबाज़ी में पिता बलबीर सिंह नेगी अन्य परिजनों के साथ देर शाम फ्लाइट से बंगलूरू पहुंचे। सिद्धार्थ नेगी का एनडीए में प्रशिक्षण वर्ष 2005 से वर्ष 2008 के बीच हुआ। जून 2009 में वह एयरफोर्स एकेडमी से पास आउट हुए। सिद्धार्थ नेगी पढ़ने लिखने में शुरुआत से बहुत अच्छा थे। प्रशिक्षण में उनकी काबिलियत को देखते हुए उन्हें गोल्डन-ब्वॉय के नाम से जाना जाने लगा। सिद्धार्थ ऊंची उड़ान के बेहद शौकीन थे। सिद्धार्थ का विवाह ध्रुविका से दो साल पहले हुआ था। पत्नी ध्रुविका भी एयरफोर्स में अधिकारी हैं और बंगलूरू में तैनात हैं।

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