एयर स्ट्राइक के बाद इंडियन आर्मी का ट्वीट, लिखा- #AlwaysReady

AIF air strike

air strike

पुलवामा हमले के बाद भारत की तरफ से की गई जवाबी कार्रवाई आज राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कविता ‘शक्ति और क्षमा’ की याद दिला रही है। वीर रस के श्रेष्ठ कवि ‘दिनकर’, जिनकी कविताओं में ओज, आक्रोश और क्रान्ति की पुकार है।

इस कविता में कहा गया है कि दुष्टों और मूर्खों के सामने सहनशीलता दिखाने पर वे सामने वाले को कायर समझ लेते हैं। राम तीन दिन तक समुद्र से रास्ता मांगते रहे, अनुनय-विनय करते रहे। लेकिन समुद्र ने नहीं सुनी। जब राम की सहनशीलता ने जवाब दे दिया तो उन्हें क्रोधित होकर शस्त्र उठाना पड़ा और तब समुद्र त्राहि-त्राहि करता उनकी शरण में आ गया।

जब क्षमा, दया और सहनशीलता दुश्मन की समझ में नहीं आती तो शक्ति का प्रयोग करना पड़ता है।  एयर स्ट्राइक के बाद इंडियन-आर्मी ने इस कविता की कुछ पंक्तियां अपने टि्वटर अकाउंट पर शेयर किया है।

क्षमाशील हो रिपु-समक्ष
तुम हुये विनीत जितना ही
दुष्ट कौरवों ने तुमको
कायर समझा उतना ही।


सच पूछो, तो शर में ही
बसती है दीप्ति विनय की
सन्धि-वचन संपूज्य उसी का
जिसमें शक्ति विजय की।

साथ ही, हैशटैग लगाकर लिखा है, इंडियन-आर्मी ऑलवेज रेडी।

 

indian army tweet after air strike

 

 

 

 

 

 

 

पूरी कविता-

क्षमा, दया, तप, त्याग, मनोबल
सबका लिया सहारा
पर नर व्याघ्र सुयोधन तुमसे
कहो, कहाँ, कब हारा?

क्षमाशील हो रिपु-समक्ष
तुम हुये विनीत जितना ही
दुष्ट कौरवों ने तुमको
कायर समझा उतना ही।

अत्याचार सहन करने का
कुफल यही होता है
पौरुष का आतंक मनुज
कोमल होकर खोता है।

क्षमा शोभती उस भुजंग को
जिसके पास गरल हो
उसको क्या जो दंतहीन
विषरहित, विनीत, सरल हो।

तीन दिवस तक पंथ मांगते
रघुपति सिन्धु किनारे,
बैठे पढ़ते रहे छन्द
अनुनय के प्यारे-प्यारे।

उत्तर में जब एक नाद भी
उठा नहीं सागर से
उठी अधीर धधक पौरुष की
आग राम के शर से।

सिन्धु देह धर त्राहि-त्राहि
करता आ गिरा शरण में
चरण पूज दासता ग्रहण की
बँधा मूढ़ बन्धन में।

सच पूछो, तो शर में ही
बसती है दीप्ति विनय की
सन्धि-वचन संपूज्य उसी का
जिसमें शक्ति विजय की।

सहनशीलता, क्षमा, दया को
तभी पूजता जग है
बल का दर्प चमकता उसके
पीछे जब जगमग है।

गौरतलब है कि बीते 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली थी। जिसके बाद 26 फरवरी की सुबह 3:30 पर भारतीय वायुसेना ने एलओसी पार कर बड़ी कार्रवाई की है। मिराज-2000 के 12 विमानों ने एलओसी पार कर वहां मौजूद आतंकी कैंपों को ध्वस्त कर दिया।

वीडियो देखेंः

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