पत्नी सरहद पर जा पाती इससे पहले ही आ गई पति के मौत की खबर

सिद्धार्थ के परिवार के लोग चार पीढ़ियों से फौज में हैं। पिता जगदीश खुद फौज में थे। जगदीश के पिता और दादा भी फौज में रहे हैं।

कश्मीर के बडगाम में 27 फरवरी को हुए प्लेन क्रैश के चलते भारतीय वायु सेना के दो पायलट समेत सात लोगों की मृत्यु हो गई थी, वहीं इस हादसे में चंडीगढ़ के पायलट सिद्धार्थ वशिष्ठ ने अपनी जान गंवा दी।

हादसे की खबर आते ही चंडीगढ़ स्थित उनके आवास पर मातम का माहौल हो गया, हर किसी के आंख में आंसू आ गए। परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल हो गया। सिद्धार्थ परिवार में तीन बहनों के बाद सबसे छोटे भाई थे। स्क्वाडर्न लीडर सिद्धार्थ ने उपराष्ट्रपति, एयर चीफ मार्शल और प्रधानमंत्री को साथ लेकर हवाई यात्रा कर किया था।

सिद्धार्थ की पत्नी आरती सिंह भी भारतीय वायुसेना में स्क्वाडर्न लीडर हैं। आरती जम्मू-कश्मीर में ही तैनात हैं। बीते कुछ दिनों से आरती छुट्टियों पर थीं। परंतु भारत-पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के कारण आरती को सेना की तरफ से बुलावा आ गया था। आरती ड्यूटी ज़ॉईन करने के लिए निकलने वाली थीं कि इस हादसे की खबर पहुंची। इधर पत्नी बॉर्डर पर देश की रखवाली के लिए निकलने वालीथीं कि उधर उसी सरहद से पति की मौत की खबर आ गई।

सिद्धार्थ के पिता जगदीश वशिष्ठ भी आर्मी में रह चुके हैं। हाल में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की खबरों को सुनकर सिद्धार्थ के पिता का मन बेचैन था। सिद्धार्थ के पिता किसी अनहोनी से डरते थे।

जैसे ही सिद्धार्थ के साथ हुए हादसे की खबर पिता जगदीश को मिली, पिता की आंखें छलक पड़ीं। सिद्धार्थ के पिता के आंखों में आंसू ज़रूर है पर अपने परिवार द्वारा दिए गए बलिदान एवं देशसेवा पर फख्र भी है। सिद्धार्थ के परिवार के लोग चार पीढ़ियों से फौज में हैं। पिता जगदीश खुद फौज में थे। जगदीश के पिता और दादा भी फौज में रहे हैं।

सिद्धार्थ का बचपन से ख़्वाब था कि वो सेना में जाएं। अपने दादा रिटायर्ड सूबेदार मेजर से काफ़ी प्रेरित थे। साल 2010 में भारतीय वायुसेना में अपने कैरियर की शुरुआत की। बीते 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर केरल में बाढ़ के दौरान बेहतरीन कार्य करने के लिए सिद्धार्थ को एयर चीफ कमेंडेशन अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। अपनी छोटी सी उम्र में ही सिद्धार्थ ने बहुत से अवार्ड अपने नाम कर लिया था। जुलाई में सिद्धार्थ और उनकी पत्नी आरती की पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर हुई थी।

सिद्धार्थ के परिवार के एक और सदस्य वायुसेना में जान गंवा चुके हैं। आज से सत्रह साल पहले सिद्धार्थ के मामा विनीत भारद्वाज मिग-21 के क्रैश होने की वजह से जान गंवाई थी और अब परिवार में दूसरा ऐसा हादसा हुआ है।

सिद्धार्थ की शादी 6 साल पहले हुई थी, इनका एक दो साल का बेटा है। अभी 20 फरवरी को सिद्धार्थ के बेटे अंगद का दूसरा जन्मदिन था। सभी लोग बहुत खुश थे, पर किसी को क्या पता कि 2 साल का मासूम अब अपने पिता को नहीं देख पाएगा।

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