पाकिस्तान पर ब्लैकलिस्टेड होने का खतरा! FATF की मीटिंग से पहले अमेरिका ने दी चेतावनी

FATF द्वारा पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट करने पर फैसले से पहले अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान को आतंकवादी गुटों को अपनी धरती का इस्तेमाल करने से रोकना होगा।

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FATF की मीटिंग से पहले अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकी कार्रवाई को लेकर नसीहत भी दी है।

आतंकियों की फंडिंग को लेकर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में शामिल पाकिस्तान के लिए यह सप्ताह बेहद मुश्किल होने वाला है। इस सप्ताह पेरिस में होने वाले FATF की मीटिंग में इस बात पर फैसला होगा कि पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में डाला जाए या फिर उसे ग्रे लिस्ट में ही रखा जाएगा?

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अमेरिका की दक्षिण और मध्य एशिया मामलों की सहायक मंत्री एलिस वेल्स (फाइल फोटो)

लेकिन FATF की मीटिंग से पहले अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकी कार्रवाई को लेकर नसीहत भी दी है। FATF द्वारा पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट करने पर फैसले से पहले अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान को आतंकवादी गुटों को अपनी धरती का इस्तेमाल करने से रोकना होगा, और लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद समेत गुट के शीर्ष ऑपरेटिवों को दंडित करना होगा। अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान को अपनी जमीन पर आतंकवादियों पर लगाम लगाने के लिए और अधिक कदम उठाने होंगे। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका की दक्षिण और मध्य एशिया मामलों की सहायक मंत्री एलिस वेल्स (Alice Wells) ने अपने ट्वीट में 13 अक्टूबर को यह बात कही।

अमेरिकी मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा कि पाकिस्तान को अपनी जमीन पर आतंकवाद को रोकना ही होगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका हाल में लश्कर-ए-तैयबा के चार नेताओं की पाकिस्तान द्वारा की गई गिरफ्तारी की सराहना करता है और चाहता है कि इन चारों को और लश्कर सरगना हाफिज सईद को घातक हमलों के लिए कानून के कठघरे में लाया जाए। वेल्स ने ट्वीट में कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई का प्रण लिया है और यह पाकिस्तान के भविष्य के हित में है कि वह अपनी धरती पर आतंकवादी समूहों की गतिविधयों पर रोक लगाए।

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एलिस वेल्स ने पिछले महीने भी पाकिस्तान से हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंदवादियों को दंडित करने के लिए कहा था, और यह भी कहा था कि सीमा-पार से आतंकवाद में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में पाकिस्तान की गंभीरता पर ही भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूद तनाव का कम होना निर्भर करेगा। बता दें कि पाकिस्तान पर आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करने को लेकर भारत ने अंतरराष्ट्रीय मोर्च पर पाकिस्तान की सफल घेराबंदी की है जिससे उसके ब्लैक लिस्ट में शामिल किए जाने संभावना बन गई है।

FATF ने पिछले साल जून में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया था, और अक्टूबर, 2019 तक पूरा करने के लिए एक एक्शन प्लान भी दिया था, वरना उसे ईरान तथा उत्तरी कोरिया के साथ ब्लैकलिस्ट में डाले जाने के खतरे का सामना करना होगा। आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान के प्रदर्शन की समीक्षा में तय होगा कि वह ग्रे लिस्ट में बना रहेगा या उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा? पाकिस्तान के प्रदर्शन की 12 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलने वाली समीक्षा यह तय करेगी कि पाकिस्तान ग्रे सूची में रहता है, काली सूची में डाल दिया जाता है या क्लीन चिट दे दी जाती है।

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